आज दो दिन के बाद राशन बटना शुरू हुआ था। रामरती बहुत उम्मीद लगाए कतार में खड़ी थी। सिर्फ तीन लोग और फिर उसकी बारी थी।
घर में खाने को कुछ नही था। राशन मिल जाए तो बच्चों के मुह में कुछ जाए। एक एक पल भारी पड़ रहा था। तभी हल्ला मचा कि सर्वर डाउन है। राशन नही बटेगा।
रामरती भारी कदमों से खाली थैला लिए घर लौट गई।
घर में खाने को कुछ नही था। राशन मिल जाए तो बच्चों के मुह में कुछ जाए। एक एक पल भारी पड़ रहा था। तभी हल्ला मचा कि सर्वर डाउन है। राशन नही बटेगा।
रामरती भारी कदमों से खाली थैला लिए घर लौट गई।
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