बेटा बहू महीने के सामान लेकर लौटे थे। जाने से पहले जब दोनों लिस्ट बना रहे थे तब महेश को याद आया कि घर से वह च्यवनप्राश का जो डब्बा लेकर आए थे वह खत्म हो गया है। वह कहने ही जा रहे थे कि लिस्ट में डब्बा भी जोड़ लें पर संकोचवश कह नहीं पाए।
सामान निकालते हुए बेटे ने कहा।
"पापा आप शायद भूल गए थे। मंजू ने याद दिलाया कि आपका च्यवनप्राश भी खत्म हो गया है।"
उसने च्यवनप्राश का डब्बा निकाल कर सामने मेज़ पर रख दिया।
सामान निकालते हुए बेटे ने कहा।
"पापा आप शायद भूल गए थे। मंजू ने याद दिलाया कि आपका च्यवनप्राश भी खत्म हो गया है।"
उसने च्यवनप्राश का डब्बा निकाल कर सामने मेज़ पर रख दिया।
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