आइने में अपनी शक्ल देखते हुए वह खुद की पहचान तलाश रहा था। कई दिनों से वह इसी प्रकार देर तक अपने आप को आइने में देखता रहता था।
अस्पताल वालों का कहना था कि दो महीने पहले वह पुलिस को घायल अवस्था में मिला था। गंभीर रूप से घायल था। उसका बच जाना किसी चमत्कार से कम नही था। पुलिस भी उसके बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही थी।
कई चेहरे उसके ज़ेहन में उभरते हैं। लगता है जैसे उनसे गहरा संबंध है। बस अभी उनका नाम पुकारने लगेगा। लेकिन अचानक ही सब किसी अंधेरे में खो जाता है। वह अकेला रह जाता है कई अनजान चेहरों की भीड़ में।
अस्पताल वालों का कहना था कि दो महीने पहले वह पुलिस को घायल अवस्था में मिला था। गंभीर रूप से घायल था। उसका बच जाना किसी चमत्कार से कम नही था। पुलिस भी उसके बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही थी।
कई चेहरे उसके ज़ेहन में उभरते हैं। लगता है जैसे उनसे गहरा संबंध है। बस अभी उनका नाम पुकारने लगेगा। लेकिन अचानक ही सब किसी अंधेरे में खो जाता है। वह अकेला रह जाता है कई अनजान चेहरों की भीड़ में।
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