मिलने का वक्त समाप्त हो गया. जाती हुई पत्नी की उदास आंखें उसे भीतर तक भेद गईं. अभी कितना कुछ कहने सुनने को बाकी था. लेकिन मजबूरी थी. मिलने का समय तय था. उससे ऊपर किसी को ठहरने नहीं देते.
उसकी नफरत की आग ने सब कुछ खत्म कर दिया. हंसता खेलता उसका परिवार तबाह हो गया. जिसकी उसने हत्या की वह तो चला ही गया लेकिन उसका और उसके परिवार का जीवन इस आग में अब बरसों जलेगा.
उसकी नफरत की आग ने सब कुछ खत्म कर दिया. हंसता खेलता उसका परिवार तबाह हो गया. जिसकी उसने हत्या की वह तो चला ही गया लेकिन उसका और उसके परिवार का जीवन इस आग में अब बरसों जलेगा.
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