उसे पास देख कर मोनिका रूखे स्वर में बोली "कुछ नही है. आप दूर हटिए."'
उसे परेशान देख वह आदमी थोड़ी दूर पर जाकर खड़ा हो गया. मोनिका कुछ समझ नही पा रही थी कि अब क्या करे.
दूर से ही वह आदमी बोला "देखो कोई दिक्कत हो तो बता दो. घबराओ नही. तुम्हें यहाँ अकेले खड़े देखा तो पूंछ लिया."
उसकी बात से मोनिका कुछ शांत हुई. उसने सोंचा कि किसी से तो मदद मांगनी ही है. वह बोली "मेरी स्कूटी खराब हो गई है और मेरे मोबाइल की बैटरी भी खत्म हो गई है."
उस आदमी ने अपनी जेब से एक पुराना मोबाइल निकाला और मोनिका की तरफ बढ़ा कर कहा "इससे फोन कर मदद मांग लों"
कुछ संकोच के साथ मोनिका ने फोन लेकर अपने पापा को बुला लिया.
वह आदमी बोला "जब तक कोई नही आता मैं यहीं बैठा हूँ." यह कह कर वह फुटपाथ पर बैठ गया.
मोनिका भी अपने पापा का इंतज़ार करने लगी. मन ही मन वह उस आदमी के प्रति अपने व्यवहार पर लज्जित थी.
कुछ देर में उसके पापा आ गए. वह भाग कर उनसे लिपट गई. उस आदमी का शुक्रिया अदा करने के लिए जब उसने पीछे मुड़ कर देखा तो वह जा चुका था.
उसे परेशान देख वह आदमी थोड़ी दूर पर जाकर खड़ा हो गया. मोनिका कुछ समझ नही पा रही थी कि अब क्या करे.
दूर से ही वह आदमी बोला "देखो कोई दिक्कत हो तो बता दो. घबराओ नही. तुम्हें यहाँ अकेले खड़े देखा तो पूंछ लिया."
उसकी बात से मोनिका कुछ शांत हुई. उसने सोंचा कि किसी से तो मदद मांगनी ही है. वह बोली "मेरी स्कूटी खराब हो गई है और मेरे मोबाइल की बैटरी भी खत्म हो गई है."
उस आदमी ने अपनी जेब से एक पुराना मोबाइल निकाला और मोनिका की तरफ बढ़ा कर कहा "इससे फोन कर मदद मांग लों"
कुछ संकोच के साथ मोनिका ने फोन लेकर अपने पापा को बुला लिया.
वह आदमी बोला "जब तक कोई नही आता मैं यहीं बैठा हूँ." यह कह कर वह फुटपाथ पर बैठ गया.
मोनिका भी अपने पापा का इंतज़ार करने लगी. मन ही मन वह उस आदमी के प्रति अपने व्यवहार पर लज्जित थी.
कुछ देर में उसके पापा आ गए. वह भाग कर उनसे लिपट गई. उस आदमी का शुक्रिया अदा करने के लिए जब उसने पीछे मुड़ कर देखा तो वह जा चुका था.
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