उर्मिला अपने पापा के सामने खड़ी थी।
"पापा देखिए मुझे ड्रामा के लिए फिर कप मिला।"
कप देख कर पापा की आँखों में चमक आ गई "वाह..!"
"मेरे हर सीन पर बहुत तालियां बजीं। चीफ गेस्ट ने भी मेरी खूब तारीफ की है।" उर्मिला इतराते हुए बोली।
"मुझे पता है। मेरी बेटी एक्टिंग में मेरा नाम रौशन करेगी।" पापा ने उसे सीने से लगा लिया।
उर्मिला खुशी से फूली नहीं समा रही थी।
"क्या बात है?" गुस्से और झुंझलाहट से भरा स्वर सुन कर उर्मिला अपने खयालों से बाहर आ गई।
"तुम्हें पता है ना कि मैं इस समय अपने ज़रूरी केसेज़ को पढ़ता हूँ।"
उर्मिला बिना कुछ बोले कप लिए हुए वापस लौट गई।
"पापा देखिए मुझे ड्रामा के लिए फिर कप मिला।"
कप देख कर पापा की आँखों में चमक आ गई "वाह..!"
"मेरे हर सीन पर बहुत तालियां बजीं। चीफ गेस्ट ने भी मेरी खूब तारीफ की है।" उर्मिला इतराते हुए बोली।
"मुझे पता है। मेरी बेटी एक्टिंग में मेरा नाम रौशन करेगी।" पापा ने उसे सीने से लगा लिया।
उर्मिला खुशी से फूली नहीं समा रही थी।
"क्या बात है?" गुस्से और झुंझलाहट से भरा स्वर सुन कर उर्मिला अपने खयालों से बाहर आ गई।
"तुम्हें पता है ना कि मैं इस समय अपने ज़रूरी केसेज़ को पढ़ता हूँ।"
उर्मिला बिना कुछ बोले कप लिए हुए वापस लौट गई।
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