रजत फोन पर बात करते हुए ही घर में घुसा। अपना बैग और टिफिन बाक्स डाइनिंग टेबल पर रख वह बॉलकनी में जाकर बात करने लगा।
मिनी बेसब्री उसके आगे पीछे घूमती हुई इंतज़ार कर रही थी कि कब पापा की बात खत्म हो तो वह अपनी बात कहे। पाँच मिनट बाद रजत की बात समाप्त हुई तो वह बोला "बेटा मेरे आगे पीछे क्यों डोल रही हो?"
"मुझे आपको अपनी ड्रॉइंग दिखानी है।" मिनी ने जवाब दिया।
"अभी नहीं। मैं बहुत थका हूँ। बाद में दिखाना।"
"बाद में कब?" मिनी ने मासूमियत से पूँछा।
उसके सवाल से रजत सोंच में पड़ गया। आजकल वह बहुत व्यस्त रहता था। मिनी को समय नहीं दे पाता था। आज भी वह दफ्तर का काम घर लेकर आया था।
रजत सोफे पर बैठ कर बोला "लेकर आओ। देखूं मेरी बेटी ने क्या बनाया है?"
मिनी दौड़ कर अपनी ड्रॉइंगबुक ले आई।
मिनी बेसब्री उसके आगे पीछे घूमती हुई इंतज़ार कर रही थी कि कब पापा की बात खत्म हो तो वह अपनी बात कहे। पाँच मिनट बाद रजत की बात समाप्त हुई तो वह बोला "बेटा मेरे आगे पीछे क्यों डोल रही हो?"
"मुझे आपको अपनी ड्रॉइंग दिखानी है।" मिनी ने जवाब दिया।
"अभी नहीं। मैं बहुत थका हूँ। बाद में दिखाना।"
"बाद में कब?" मिनी ने मासूमियत से पूँछा।
उसके सवाल से रजत सोंच में पड़ गया। आजकल वह बहुत व्यस्त रहता था। मिनी को समय नहीं दे पाता था। आज भी वह दफ्तर का काम घर लेकर आया था।
रजत सोफे पर बैठ कर बोला "लेकर आओ। देखूं मेरी बेटी ने क्या बनाया है?"
मिनी दौड़ कर अपनी ड्रॉइंगबुक ले आई।
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