सड़क पर मजमा लगा था. जो भी देखता एक आह निकल आती मुंह से. एक सज्जन बोले "आज कल घर से निकलो तो सही सलामत लौटने की गारंटी नही है." दूसरे सज्जन ने अपनी राय दी "अजी आज की पीढ़ी को ना अपना खयाल है और ना ही दूसरों का. मोटरसाइकिल तो हवाई जहाज की तरह चलाते हैं." कुछ लोग फोन से तस्वीर खींच रहे थे.
इन सब के बीच एक जवान लड़का सड़क पर मदद के इंतज़ार में पड़ा तड़प रहा था.
इन सब के बीच एक जवान लड़का सड़क पर मदद के इंतज़ार में पड़ा तड़प रहा था.
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