अपनी बेटी निधि को कॉलेज ट्रिप पर भेजते हुए मंजुला उसे बार बार नसीहतें दे रही थी. इस बात पर निधि को गुस्सा आ गया "मम्मी प्लीज़ बस कीजिए मैं कोई छह साल की बच्ची नही हूँ. खुद को संभाल सकती हूँ."
मंजुला ने उसकी बात का कोई जवाब नही दिया. वह जानती थी कि उसकी बेटी समझदार है. खुद को संभाल सकती है. पर यह उसकी अकेले की बेचैनी नही थी. यह तो आज के युग की हर उस माँ की चिंता थी जिसकी जवान बेटी हो.
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