दस साल की सलोनी ने अखबार में एक लेख पढ़ते हुए अपने पिता से पूंछा "पापा गौरैया विलुप्त हो रही है इसका क्या मतलब है."
उसे समझाते हुए उसके पापा ने कहा "इसका मतलब गौरैया की संख्या दिनों दिन इतनी कम हो रही है कि आने वाले समय में एक भी गौरैया नही रहेगी."
"ऐसा क्यों पापा" सलोनी ने कौतुहलवश पूंछा.
"देखो बेटा इसका कारण हम इंसान ही हैं. तरक्की के चक्कर में हम पर्यावरण से खेल रहे हैं. जिसका नतीजा है कि कई जीव धरती से गायब होने की कगार पर हैं." उसके पापा ने बात समझाने की कोशिश की.
सलोनी सोंच में डूब गई. कुछ देर बाद उसने पूंछा "पापा ऐसा है तो इंसान को सबसे बुद्धिमान प्राणी क्यों कहते है."
उसे समझाते हुए उसके पापा ने कहा "इसका मतलब गौरैया की संख्या दिनों दिन इतनी कम हो रही है कि आने वाले समय में एक भी गौरैया नही रहेगी."
"ऐसा क्यों पापा" सलोनी ने कौतुहलवश पूंछा.
"देखो बेटा इसका कारण हम इंसान ही हैं. तरक्की के चक्कर में हम पर्यावरण से खेल रहे हैं. जिसका नतीजा है कि कई जीव धरती से गायब होने की कगार पर हैं." उसके पापा ने बात समझाने की कोशिश की.
सलोनी सोंच में डूब गई. कुछ देर बाद उसने पूंछा "पापा ऐसा है तो इंसान को सबसे बुद्धिमान प्राणी क्यों कहते है."
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